खुशखबरी! अब वे लोग भी डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे जिनके पास अपना बैंक खाता नहीं है। PhonePe ने एक नया और खास फीचर लॉन्च किया है जिसका नाम है ‘UPI Circle’। यह फीचर उन लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो अभी तक ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा से वंचित थे।
अब उनके दोस्त या परिवार के सदस्य PhonePe के जरिए UPI का इस्तेमाल करके उन्हें पेमेंट भेज सकेंगे। यह सब कुछ बहुत ही सुरक्षित और आसान तरीके से होगा। तो अगर आप भी जानना चाहते हैं कि यह फीचर कैसे काम करता है और बिना बैंक खाते वाले लोग इसका फायदा कैसे उठा सकते हैं, तो आगे पढ़िए।
बिना बैंक खाते वालों के लिए डिजिटल पेमेंट हुआ आसान
आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन पेमेंट करना बहुत जरूरी हो गया है। चाहे सब्जी खरीदनी हो, बिजली का बिल भरना हो या किसी दोस्त को पैसे भेजने हों, UPI पेमेंट ने सब कुछ आसान बना दिया है।
लेकिन अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं जिनके पास बैंक खाता नहीं है और इस वजह से वे UPI जैसी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं। PhonePe ने इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए UPI Circle फीचर को पेश किया है। अब बिना बैंक खाते वाले लोग भी डिजिटल लेनदेन में शामिल हो सकेंगे, जिससे उन्हें कई तरह की सहूलियतें मिलेंगी।
UPI Circle: कैसे काम करेगा बिना बैंक खाते वालों के लिए?
PhonePe का UPI Circle फीचर एक ऐसा तरीका है जिससे एक PhonePe यूजर (जिसके पास बैंक खाता है) किसी ऐसे व्यक्ति को अपने ‘सर्कल’ में जोड़ सकता है जिसके पास बैंक खाता नहीं है। इसके बाद, प्राइमरी यूजर (जिसके पास बैंक खाता है) सेकेंडरी यूजर (जिसके पास बैंक खाता नहीं है) को UPI के जरिए पेमेंट कर सकेगा।
यह फीचर नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा बनाया गया है, जिसका मकसद UPI को और भी ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है। इस फीचर के आने से अब हर कोई डिजिटल पेमेंट कर सकेगा, चाहे उसके पास बैंक खाता हो या न हो।
ऐसे होगा बिना बैंक खाते वालों का पेमेंट, समझें आसान तरीका
अब सवाल यह उठता है कि बिना बैंक खाते वाले लोग इस फीचर का इस्तेमाल कैसे कर पाएंगे? दरअसल, UPI Circle में प्राइमरी यूजर सेकेंडरी यूजर को इनवाइट करता है। यह इनविटेशन UPI ID या QR कोड के जरिए भेजा जा सकता है।
जब सेकेंडरी यूजर इस इनविटेशन को स्वीकार कर लेता है, तो वह प्राइमरी यूजर के UPI Circle में जुड़ जाता है। इसके बाद, जब सेकेंडरी यूजर को किसी को पेमेंट करना होता है, तो वह प्राइमरी यूजर के अकाउंट को पेमेंट ऑप्शन के तौर पर चुन सकता है। इसका मतलब है कि पेमेंट प्राइमरी यूजर के खाते से होगा, लेकिन उसे शुरू सेकेंडरी यूजर करेगा।
सुरक्षा और नियंत्रण: प्राइमरी यूजर के हाथ में होगी बागडोर
PhonePe ने इस फीचर में सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा है। प्राइमरी यूजर के पास पूरा कंट्रोल होता है कि सेकेंडरी यूजर कितना पैसा खर्च कर सकता है। इसके लिए दो विकल्प दिए गए हैं:
▪︎पहला है पार्शियल डेलिगेशन मोड। इस मोड में जब भी सेकेंडरी यूजर कोई पेमेंट करने की कोशिश करेगा, तो प्राइमरी यूजर को एक नोटिफिकेशन मिलेगा और उसे उस पेमेंट को मंजूरी देनी होगी।
▪︎दूसरा है फुल डेलिगेशन मोड। इस मोड में प्राइमरी यूजर एक महीने के लिए एक निश्चित खर्च सीमा तय कर सकता है। सेकेंडरी यूजर उस सीमा के अंदर बिना प्राइमरी यूजर की मंजूरी के पेमेंट कर सकता है।
प्राइमरी यूजर एक महीने में अधिकतम 15,000 रुपये की खर्च सीमा तय कर सकता है। इसके साथ ही, एक बार में किए जाने वाले पेमेंट की सीमा 5,000 रुपये रखी गई है। इसका मतलब है कि सेकेंडरी यूजर एक बार में 5,000 रुपये से ज्यादा का पेमेंट नहीं कर पाएगा।
यह फीचर डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे समाज के हर वर्ग के लोग डिजिटल लेनदेन से जुड़ पाएंगे। तो अगर आपके आसपास भी ऐसे लोग हैं जिनके पास बैंक खाता नहीं है, तो उन्हें इस शानदार फीचर के बारे में जरूर बताएं।