भोजटोला क्लस्टर के तहत आयोजित समाधान शिविर में जब क्लस्टर के तीन गांवों भुरकुंडी, कुर्रूभट्टी एवं तोयोगोंदी से हितग्राही पहुंचे तो उनके चेहरों पर उम्मीद की चमक साफ झलक रही थी। यह शिविर केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि उनके वर्षों पुराने सपनों के पूरे होने की घड़ी थी।
सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत शासन द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान ने उन लोगों की आवाज सुनी, जो अब तक अनसुने थे। इस समाधान शिविर में 5 हितग्राहीयों को आबादी पट्टों का वितरण किया गया। वह दस्तावेज जिसकी उन्हें लंबे समय से प्रतीक्षा थी।
बुजुर्ग हितग्राही बुधराम ने कहा अब हम अपने घर को अपना कह सकते हैं। पहले कागज नहीं था, तो सब डर लगता था कि कहीं हटाए न जाएं। आज शासन ने हमें हक दिया है। वहीं हितग्राही मुकेश ने कहा हमने सोचा भी नहीं था कि एक दिन हमारा भी नंबर आएगा।
समाधान शिविर में हमारी बात सुनी गई, हमें समझा गया और पट्टा भी दिया गया। सभी हितग्राहियों ने सुशासन तिहार के माध्यम से मिले इस अधिकार को एक नई शुरुआत बताया और इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को दिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह शिविर उनके जीवन में स्थायित्व, आत्मविश्वास और सम्मान लेकर आया है।