छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए ‘स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना’ का नाम बदलकर अब इसे ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना’ कर दिया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस बाबत आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है और छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव को नाम परिवर्तन के अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
इस योजना के तहत हर साल 10वीं और 12वीं के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया जाता है। लेकिन नाम बदलने की प्रक्रिया अधर में होने के चलते पिछली बार के टॉपर्स का सम्मान समारोह समय पर नहीं हो पाया था। अब सरकार ने साफ कर दिया है कि जल्द ही इन टॉपर्स को सम्मानित किया जाएगा।
नाम बदलने की वजह से फंसा था सम्मान समारोह
बात कुछ यूं है कि पिछली भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार ने इस योजना का नाम बदल दिया था, लेकिन हालिया साय सरकार ने इसे फिर से पुराने नाम में लौटाने का निर्णय लिया है। इस प्रक्रिया में देरी के चलते योजना अधर में लटक गई थी। साल 2023 के टॉपर्स अब तक सरकारी मंच पर सम्मान नहीं पा सके थे, जबकि ये छात्र उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
अब सरकार ने योजना का नाम तय कर दिया है और स्कूल शिक्षा विभाग को इसके अनुरूप कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इसका मतलब ये है कि जल्द ही राज्य के टॉपर्स को मंच से सम्मानित किया जाएगा और उनके चेहरे पर मुस्कान लौटेगी।
बीजेपी शुरू की थी योजना, कांग्रेस ने बदला था नाम
थोड़ा पीछे चलते हैं। इस योजना की शुरुआत साल 2017 में छत्तीसगढ़ की तत्कालीन बीजेपी सरकार ने की थी। तब इसका नाम ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना’ रखा गया था। लेकिन 2019 में कांग्रेस सरकार सत्ता में आई तो उसने योजना का नाम बदलकर इसे ‘स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना’ कर दिया।अब एक बार फिर सत्ता परिवर्तन के बाद नाम वापस पुराना कर दिया गया है। योजना वही है, लाभार्थी वही हैं, बस नाम के पीछे की विचारधारा बदली है।
टॉपर्स को मिलते हैं डेढ़ लाख रुपए:
इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा हर साल कक्षा 10वीं और 12वीं की मेरिट सूची में आने वाले होनहार विद्यार्थियों को नकद प्रोत्साहन राशि दी जाती है। योजना के तहत हर छात्र को डेढ़ लाख रुपए की सम्मान राशि मिलती है।
साल 2023 की बात करें तो 10वीं कक्षा में रिकॉर्ड 73 छात्र-छात्राएं टॉप टेन की सूची में शामिल हुए थे, जबकि 12वीं में 23 विद्यार्थी टॉपर्स की लिस्ट में आए थे। ये सभी छात्र अब सम्मान की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो अब जल्दी पूरी होने वाली है।
शिक्षा विभाग की तैयारी तेज, जल्द होगा कार्यक्रम
अब जब योजना का नाम स्पष्ट हो चुका है, तो स्कूल शिक्षा विभाग ने तैयारियों में तेजी ला दी है। माना जा रहा है कि अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत में टॉपर्स का सम्मान समारोह आयोजित किया जा सकता है।
इस बार सरकार पूरे सम्मान के साथ इन मेधावी बच्चों को मंच पर बुलाएगी और उन्हें उनकी मेहनत का ईनाम देगी। छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में यह योजना विद्यार्थियों के लिए न सिर्फ एक आर्थिक सहारा है, बल्कि यह उन्हें आगे बढ़ने के लिए आत्मविश्वास और प्रेरणा भी देती है।